न्यूज डेस्क: मंगलवार को विश्व अंगदान दिवस के अवसर पर पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने एक मिसाल कायम करते हुए अपनी मृत्यु के बाद शरीर के सभी महत्वपूर्ण अंगों और ऊतकों को दान करने का संकल्प लिया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में आधिकारिक रूप से पंजीकृत उनके संकल्प में यकृत, गुर्दे, हृदय, फेफड़े, आंत, अग्न्याशय, हड्डियां, हृदय के वाल्व, त्वचा, कॉर्निया, समेत रक्त वाहिकाएं भी शामिल हैं।
पंजाब के लोगों से अपील करते हुए, डॉ. बलबीर सिंह ने कहा, “विश्व अंगदान दिवस के अवसर पर मैं पंजाब के लोगों से भी अपनी मृत्यु के बाद अपने अंगदान करने का नेक संकल्प लेने की अपील करता हूं। एक मृत अंगदाता आठ लोगों की जान बचा सकता है और कई परिवारों का भविष्य बदल सकता है।”
उन्होंने बताया कि हाल ही में भारत सरकार ने पंजाब को अंगदान के क्षेत्र में एक उभरते राज्य के रूप में मान्यता दी है। इस सम्मान को उन्होंने “हमारे सामूहिक प्रयासों का प्रमाण” बताया। हालांकि उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि इस मुहिम की सफलता हर नागरिक की सक्रिय भागीदारी पर निर्भर करती है।
उन्होंने सभी से notto.abdm.gov.in पर जाकर अपनी प्रतिज्ञा ऑनलाइन दर्ज करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “आपका आज का निर्णय कल किसी के जीवन का कारण बन सकता है। आइए, हम सब मिलकर पंजाब को अंगदान के महान कार्य में अग्रणी बनाएं।”
डॉ. बलबीर सिंह ने इस बात पर भी जोर दिया कि अंगदान एक मानवीय प्रतिबद्धता है जो ट्रांसप्लांट के लिए अंगदान की प्रतीक्षा कर रहे अनगिनत परिवारों के लिए आशा की किरण बन सकती है। आज भारत में लाखों मरीजों को हर समय कोई न कोई अंगों की ज़रूरत होती है, इसलिए हम सबको इस अभियान में शामिल होना चाहिए।